हरियाणा की मोहिनी जांगड़ा ने चीन में जीता सिल्वर मेडल, लहराया तिरंगा

सोनीपत। चीन में 8 से 18 अगस्त तक आयोजित हुए वर्ल्ड पुलिस गेम्स में गांव शामड़ी की रहने वाली महिला पहलवान मोहिनी जांगड़ा ने कुश्ती में सिल्वर मेडल जीता। मेडल जीतने के बाद मोहिनी ने अपने परिजनों से बातचीत की। परिजनों के साथ पूरे गांव में खुशी का माहौल है। गांव शामड़ी की रहने वाली मोहिनी जांगड़ा का वर्ष 2015 में हरियाणा पुलिस में सेलेक्शन हुआ था। पुलिस में भर्ती होने के बाद भी मोहिनी पुलिस एकेडमी में कुश्ती का अभ्यास करती रही। जिसके चलते चीन में 8 से 18 अगस्त तक आयोजित हुए वर्ल्ड पुलिस गेम में मोहिनी ने 72 किलोग्राम में सिल्वर मेडल जीता, जबकि फरवरी 2019 में जयपुर में आयोजित हुई ऑल इण्डिया पुलिस प्रतियोगिता में इसी भार वर्ग में मोहिनी ने स्वर्ण पदक जीता था।
मोहिनी जांगड़ा बचपन में बॉक्सिंग चैंपियनशिप में राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए मेडल जीते। विवि स्तर पर कुश्ती में प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में पदक जीतने के बाद कुश्ती में रुचि पैदा हो गई। एक के बाद एक प्रतियोगिता में मेडल अपने नाम करती चली गई। जांगड़ा ने हाल ही में चीन में आयोजित वर्ल्ड पुलिस गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व किया और सिल्वर मेडल जीता। विश्व स्तर पर सिल्वर मेडल जीतने पर शामड़ी गांव में खुशी का माहौल है। गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा पहलवान मोहिनी जांगड़ा का स्वागत किया जाएगा।
पहवान मोहिनी उर्फ मोनी जांगड़ा के पिता सूबेसिंह जांगड़ा का कहना है कि चीन में 8 अगस्त से 18 अगस्त तक वर्ल्ड पुलिस गेम आयोजित किए गए थे। इसमें मोहिनी ने 72 किलोग्राम भारवर्ग में भी भाग लिया था। मोहिनी ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया और पदक जीता। पदक जीतने के बाद मोहिनी भी काफी खुश है। उससे फोन पर भी बातचीत हुई थी। उसने बताया कि जल्द ही वह भारत में पहुंचेगी। वहीं, ग्रामीण भी उनके पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
महिला विवि की तरफ से पहली बार लड़ी थी कुश्ती—
बीए करने के बाद मोहिनी ने महिला विवि, खानपुर कलां में बीपीएड में दाखिला लिया था। जब तक मोहिनी का बॉक्सिंग में ही आगे बढ़ने का लक्ष्य था। विवि में राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीत चुकी थी। महिला विवि की कोच के कहने पर भिवानी में पहली बार कुश्ती में भाग लेने के लिए तैयार हो गई। गोल्ड मेडल जीतने के बाद कुश्ती में रूचि हो गई। प्रदेश से राष्ट्रीय और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
जनवरी में हुआ था मोहिनी का चयन—
मोहिनी तीन वर्ष पहले हरियाणा पुलिस में भर्ती हुई थी। इसके बाद भी उसने खेलों में भाग लेना नहीं छोड़ा। जनवरी माह में पुलिस की राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता हुई थी। जिसमें मोहिनी ने स्वर्ण पदक जीता था। उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए वर्ल्ड पुलिस गेम्स के लिए चयन किया गया था। सूबेसिंह जांगड़ा का कहना है कि मोहिनी ने अपनी प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
ओलंपिक में गोल्ड दिलाने का है सपना—
मोहिनी जांगड़ा का सपना ओलंपिक में देश को गोल्ड दिलाना है। इसके लिए वह निरंतर मेहनत कर रही है। मोहिनी के पिता का कहना है कि मोहिनी की बचपन से ही खेलों में रूचि है। उसका एक ही सपना है कि ओलंपिक में देश को पदक दिलाना है।