भगवान विश्वकर्मा अवतरण दिवस पर निकली ध्वज स्वाभिमान बाइक यात्रा
चन्दौली। ऑल इण्डिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में भगवान विश्वकर्मा अवतरण दिवस पर समाज की ओर से चन्दौली में विश्वकर्मा ध्वज स्वाभिमान बाइक यात्रा राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में निकाली गई। यह यात्रा नवीन मंडी स्थल से आरंभ होकर नगर के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए सैयद राजा विश्वकर्मा मन्दिर पर आकर समाप्त हुई। मंदिर पर भागवताचार्य श्याम सुंदर शर्मा के द्वारा भगवान विश्वकर्मा के प्राकट्य एवं महत्ता पर विस्तार से कथा सुनाई गई।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि प्रभास ऋषि के पुत्र भगवान विश्वकर्मा का प्राकट्य माघ शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है। उन्होंने कहा भगवान विश्वकर्मा किसी एक जाति, धर्म, वर्ग या सम्प्रदाय के देवता नहीं वरन सभी के द्वारा पूज्यनीय सृजन एवं निर्माण के देवता तथा देव शिल्पी माने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा करोड़ों विश्वकर्मा वंशियों के आस्था, संस्कृति, सामाजिक पहचान, गौरव और स्वाभिमान के प्रतीक देवता हैं। विश्वकर्मा वंशी बिना किसी भेदभाव के देश व समाज के विकास तथा मानव उत्थान के लिए सृजन व निर्माण का कार्य करते चले आ रहे हैं। इसके बावजूद मौजूदा राजनैतिक और सामाजिक व्यवस्था में इस समाज के लोग सर्वाधिक उपेक्षित और भेदभाव के शिकार हैं। उन्होंने इस समाज के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सरकार से उत्तर प्रदेश में माटी कला बोर्ड की भांति शिल्प कला बोर्ड की स्थापना किए जाने की मांग की है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा, डॉ0 प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, नंदलाल विश्वकर्मा, सुरेश विश्वकर्मा, महेन्द्र विश्वकर्मा, लोचन विश्वकर्मा, दीनदयाल विश्वकर्मा, जितेन्द्र विश्वकर्मा, कालिका विश्वकर्मा, राहुल विश्वकर्मा, अवधेश विश्वकर्मा, मोहन विश्वकर्मा, रमेश विश्वकर्मा, चंद्रिका विश्वकर्मा, गोविंद विश्वकर्मा, चिंटू विश्वकर्मा, हरिओम विश्वकर्मा, अनामी दरोगा विश्वकर्मा, प्यारी विश्वकर्मा, पंचम विश्वकर्मा, राजेंद्र विश्वकर्मा, बेचन विश्वकर्मा, चंद्रशेखर विश्वकर्मा, अनिल विश्वकर्मा, महेंद्र विश्वकर्मा, विद्या शंकर विश्वकर्मा, ओमप्रकाश विश्वकर्मा, लाल बहादुर विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।