आरा मशीनों के लाइसेन्स मुद्दे पर मुख्यमन्त्री से मिले डा0 कृष्णमुरारी विश्वकर्मा
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व राज्यमन्त्री डा0 कृष्णमुरारी विश्वकर्मा ने आज लखनऊ में मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर विश्वकर्मा समाज के लोगों के लिये आरा मशीनों के लाइसेन्स में छूट की मांग रखी।
पूर्व में तय समय के अनुसार श्री विश्वकर्मा पौने बारह बजे लालबहादुर शास्त्री भवन स्थित मुख्यमन्त्री कार्यालय पहुंचे। श्री विश्वकर्मा ने मुख्यमन्त्री को बताया कि विश्वकर्मा समाज (लोहार, बढ़ई, जांगिड़, धीमान, पांचाल) लकड़ी आधारित उद्योग पर निर्भर है। बताया कि न्यायालय द्वारा आरा मशीनों के संचालन पर लगी रोक को हटाने के लिये वन विभाग द्वारा पैरवी नहीं की जा रही है जिसके कारण पूरा उद्योग चौपट हो गया है। आरा मशीनों का संचालन ठप होने से विश्वकर्मा समाज के लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं।
श्री विश्वकर्मा ने मुख्यमन्त्री से मांग की कि वन विभाग द्वारा वर्तमान में लाइसेन्स हेतु जारी आनलाइन आवेदन व लाटरी व्यवस्था को समाप्त कर लाइसेन्स सिर्फ विश्वकर्मा समाज के लोगों को प्रदान किया जाय। लाटरी व्यवस्था में बड़े लोगों के आगे विश्वकर्मा समाज के लोगों को लाइसेन्स मिल पाना संभव नहीं है। श्री विश्वकर्मा ने 30 सेमी की आरा मशीनों को लाइसेन्स मुक्त करने व 60 सेमी की आरा मशीनों को मात्र पंजीकरण व्यवस्था में संचाचिल करने के कैबिनेट में प्रस्ताव पारित करने के लिये मुख्यमन्त्री का आभार भी प्रकट किया। हालाकि न्यायालय से रोक के चलते यह व्यवस्था अभी लागू नहीं हो सकी है।
डा0 कृष्णमुरारी विश्वकर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र दीदारगंज (आजमगढ़) की कुछ समस्याओं से भी मुख्यमन्त्री को अवगत कराते हुये विकास कार्य कराये जाने की मांग किया। उन्होंने मार्टीनगंज में कृषि मण्डी समिति की स्थापना सहित कई विकास कार्य कराये जाने सम्बन्धी मांगपत्र सौंपा। साथ ही पूर्व में दिये गये मांगपत्र के सापेक्ष स्वीकृत योजनाओं के लिये क्षेत्र की जनता की तरफ से धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
मुख्यमन्त्री ने श्री विश्वकर्मा की पूरी बात सुनने के बाद प्रमुख सचिव वन को तत्काल निर्देशित किया कि विश्वकर्मा समाज के लोगों को आरा मशीनों का लाइसेन्स देने के लिये आवश्यक कार्यवाही करें। इसके अलावा अन्य कार्यों को भी पूरा करने का आश्वासन दिया। श्री विश्वकर्मा मुख्यमन्त्री से मिलने के बाद प्रमुख सचिव वन से भी मिले। प्रमुख सचिव वन ने श्री विश्वकर्मा से कहा कि मुख्यमन्त्री का निर्देश उन्हें प्राप्त हो गया है। जल्द ही लाइसेन्स के प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।