सिमरा के अमित विश्वकर्मा ने किया मप्र का नाम किया रोशन, जायेगा आस्ट्रेलिया
भोपाल। मध्य प्रदेश के महेश्वर में हुई 6वीं राष्ट्रीय कैनोइंग सलालोम प्रतियोगिता में निवाड़ी जिले के सिमरा गांव के अमित विश्वकर्मा ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। निवाड़ी जिले के सिमरा गांव के एक गरीब परिवार में जन्मे अमित ने प्रतियोगिता में न केवल निवाड़ी-टीकमगढ़ बल्कि प्रदेश का नाम भी रोशन किया। उन्होंने 2 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक हासिल किया। 6वीं राष्ट्रीय कैनोइंग सलालोम प्रतियोगिता 10 से 13 जनवरी तक महेश्वर में हुई। जिसमें जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, मप्र सहित कई प्रदेशों की टीम ने भाग लिया। अमित का चयन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आस्ट्रेलिया में होने वाली प्रतियोगिता में चयन हुआ है।
बचपन में छिन गया था मां का साया, पिता ने मजदूरी का पढ़ाया-
बचपन में ही अमित से मां का साया छिन जाने के बाद उनका लालन—पालन पिता बबलू विश्वकर्मा ने ही किया। अमित से बड़ी दो बहनें हैं और एक अमित से छोटा भाई है। चारों बच्चों को दैनिक मजदूरी करके बबलू विश्वकर्मा ने पढ़ाया, लिखाया और इस काबिल बनाया कि वह अपने जिले के साथ प्रदेश में अपना लोहा मनवा सकें।
अमित के अनुसार कक्षा 5वीं में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के तहत फार्म डाला था। जिसमें उनका कैनोइंग के लिए चयन हुआ था। पिछले तीन सालों से दिनरात मेहनत करने के बाद अमित इस मुकाम पर पहुंचा है। पिता बबलू ने कहा कि वह काफी मेहनती है। शुरूआती दाैर में अमित को मुकेश विश्वकर्मा ने कोचिंग दी जिन्हें अमित अपना आदर्श मानते हैं। अब एसके गुप्ता उनके कोच हैं। अमित के कोच मुकेश विश्वकर्मा जो स्वयं अंतर्राष्टीय खिलाड़ी और राष्ट्रीय पदक विजेता हैं। साथ ही वर्तमान में मप्र पुलिस वॉटर स्पोर्ट्स टीम में प्रशिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। तथा उनके छोटे भाई महेश विश्वकर्मा तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, प्रशिक्षक और अभी सशस्त्र सीमा बल की सेंट्रल वॉटर स्पोर्ट्स टीम के मुख्य प्रशिक्षक हैं। जो कि अमित विश्वकर्मा के लिए सबसे बड़े प्रेरणा स्त्रोत हैं। अमित ने बताया कि 26 जनवरी से महेश्वर में 1 महीने का प्रशिक्षण कैम्प आयोजित होना है। इस कैम्प में आस्ट्रेलिया में होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कैनाेइंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बारीकियां सिखाईं जाएंगी।
—मुकेश विश्वकर्मा