विशेषर राम विश्वकर्मा की पहल, वृद्धावस्था में दुत्कार का दर्द सहने वालों को मिलेगा आश्रय
कोरबा। मां-बाप को बुजुर्ग होने पर उनके अपने ही बेसहारा कर देते हैं। ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो बिना किसी स्वार्थ के बुजुर्गों की सेवा करने पीछे नहीं रहना चाहते। ऐसे ही परिवार में शामिल है पोड़ी उपरोड़ा ब्लाॅक के बिंझरा में रहने वाला विश्वकर्मा परिवार। यह परिवार अपने हक की 15 डिसमिल जमीन पर स्वयं के खर्च से सुविधाजनक वृद्धाश्रम का निर्माण करा रहा है। भवन बन कर तैयार है फिनिशिंग बाकी है। भवन बनने के बाद बुजुर्गों की सेवा के लिए समर्पित हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से 37 किलोमीटर दूर जटगा-पसान मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत बिंझरा में विशेषर राम विश्वकर्मा (74) परिवार के साथ रहते हैं। पोड़ी उपरोड़ा कोआपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी में सहायक प्रबंधक पद से वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त होने वाले विशेषर राम वर्तमान में संविदा पर उक्त विभाग में समय-समय पर अपनी सेवाएं देते हैं। इस परिवार ने सर्वधर्म समभाव के उद्देश्य से जमीन पर अपने ही खर्च से वृद्धाश्रम बनवाया है। इस सेवा कार्य के लिए समिति के माध्यम से तत्कालीन मध्यप्रदेश शासनकाल के दौरान सन 1986 में मानव कल्याण समिति के नाम पर पंजीयन भी कराया जा चुका है। इसके लिए ग्राम पंचायत ने अनापत्ति प्रमाण-पत्र भी जारी कर दिया है। वर्तमान में 3 डिसमिल जमीन पर सत्संग कार्य के लिए भवन निर्माण का काम प्रगति पर है। इस सम्बन्ध में जब विशेषर राम विश्वकर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि परिवार के उपेक्षा का दंश झेल रहे विभिन्न समुदाय के वृद्धजनों को यहां आसरा मिलेगा। इसी सेवाभाव से इस वृद्धाश्रम का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी नजर में इससे बड़ा सेवा का कार्य कुछ हो ही नहीं सकता।