रेड ब्रिगेड ने शुरू किया 12 दिवसीय अभियान, 10 हजार लड़कियां लेंगी शपथ
लखनऊ। बालिका विधालय इंटर कॉलेज मोतीनगर में मुख्य अतिथि रेणुका टंडन ने कहा की महिलाएं एक महिला होने के कारण भी हिंसा, यौन हिंसा की शिकार होती हैं। महिलाएं अपना पूरा जीवन हिंसा व हिंसा के भय में जीती हैं, इसलिए महिलाओं का सबसे बड़ा सपना “हिंसामुक्त जीवन” का होता है।
-रेड ब्रिगेड ने शुरू किया 12 दिवसीय अभियान।
-10 हजार लड़कियाँ लेंगी हिंसा मुक्त जीवन के लिए शपथ/संकल्प।
-21 सितंबर अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस से 2 अक्टूबर गांधी जयंती तक चलेगा अभियान।
-आज पहले दिन 1500 लड़कियों ने लिया हिंसामुक्त जीवन के लिए संकल्प।
-आज से हिंसा मुक्त जीवन 12 दिवसीय अभियान का प्रारंभ हुआ।
-इसमें 10 हजार लड़कियां और महिलाएं भाग लेंगी।
-100 अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम होगा।
टेक्निकल इंटरमीडियट कॉलेज में विशिष्ट अतिथि के तौर पर 181 आशा ज्योति केंद्र से अर्चना सिंह ने छात्राओं की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा की हमें ऐसे समाज, ऐसी दृष्टि और जीवन की आवश्यकता है जो हर तन-मन को हिंसा से मुक्ति दिला सके. ऐसी व्यवस्थाएं हों जो हिंसा मुक्ति सुनिश्चित कर सके, जिससे यह दुनिया सुंदर हो सके, सुखी व शांत हो सके।
महात्मा गॉंधी विद्यालय मलिहाबाद में सामाजिक कार्यकर्ता अपर्णा मिश्रा ने कहा इसका मार्ग हिमालय की कंदराओं से नहीं, घरों की चारदीवारी में कैद से नहीं, चुप्पी से नहीं होगी. हिंसामुक्ति एकल में होना कठिन या असंभव ही है, होगी तो सबकी होगी, सामूहिक ही होगी और इसको रोकने के लिए सामूहिक आवाज उठाना होगा।
रेड ब्रिगेड, लखनऊ लंबे समय से महिलाओं पर होने वाली हिंसा के खिलाफ काम करता रहा है और सशक्त सामूहिक आवाज को मजबूत करता रहा है। इसी कड़ी में ‘हिंसा मुक्त जीवन’ के लिए महिलाओं की सामूहिक आवाज के लिए 12 दिवसीय अभियान, 21 सितंबर (अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस) से 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) तक, अभियान चला रहा है।
आज 21 सितंबर से 12 दिवसीय हिंसा मुक्त जीवन कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें 1500 लड़कियों और महिलाओं ने हिंसा मुक्त जीवन के लिए संकल्प ली, साथ ही इस आज इस अभियान में बालिका विद्यालय मोतीनगर, टेक्निकल इंटरमीडियट कॉलेज विजय नगर, पायनियर मोंटेसरी स्कूल, माँ चंद्रिका स्कूल, न्यू एरा इंटर कालेज, ग्रीन वैली इंटर कालेज, कन्या कमुतर स्कूल, साई राम एजुकेयर, वंदना मोंटेसरी, गढ़ी कनौरा, प्रेमवती गढ़ी कनौरा, भरोसा गाँव मलिहाबाद, लवकुश नगर समुदाय इत्यादि स्कूलों ने अभियान में भागीदारी की।