राम का द्रोही कभी विश्वकर्मा का हितैषी नहीं हो सकता- सीएम योगी आदित्यनाथ

Spread the love

लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो भगवान राम का द्रोही है वह कभी भी विश्वकर्मा समाज का हितैषी नहीं हो सकता। भगवान विश्वकर्मा के वंशज नल-नील ने भगवान राम को समुद्र पार करने के लिये पानी में पत्थर तैराकर पुल बनाया था जिसे रामसेतु के नाम से जाना जाता है। वह रामसेतु वर्तमान में ऐतिहासिक धरोहर होने के साथ ही विश्वकर्मा समाज के लिये भी गौरवशाली है। परन्तु देश में सर्वाधिक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने रामसेतु को तोड़ने की योजना बनाई और भगवान राम व रामसेतु को काल्पनिक कहा।

कांग्रेस पार्टी के इस कथन से न सिर्फ भगवान राम का अपमान हुआ बल्कि रामसेतु बनाने वाले विश्वकर्मा पुत्र नल-नील और उनके वंशजों का अपमान हुआ। जो पार्टी भगवान राम के अस्तित्व को नकार सकती है उससे भगवान विश्वकर्मा और उनके वंशजों के सम्मान की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने सपा और बसपा को भी आड़े हाथों लिया। कहा कि सभी हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुंचाने में सम्मिलित रहे हैं। मुख्यमन्त्री भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा लोहिया पंचायत भवन, पुरनिया में आयोजित विश्वकर्मा वंशीय समाज के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि विश्वकर्मा समाज को राजनीति में कोई सम्मान नहीं मिलता था। किन्तु भारतीय जनता पार्टी ने संगठन से लेकर सरकार तक विश्वकर्मा समाज के काफी लोगों को समायोजित कर सम्मान बढ़ाया। पिछड़ा वर्ग आयोग सहित संसद में भी भाजपा प्रतिनिधित्व दे रही है। विश्वकर्मा समाज के लोग आज जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, प्रधान, बीडीसी बनकर विकास में भागीदार बन रहे हैं। विश्वकर्मा ने हमेशा रचनात्मक कार्य किया है। आज यदि देश विकास पथ पर अग्रसर है तो उसमें भगवान विश्वकर्मा का पूर्ण आशिर्वाद है।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये योगी जी ने कहा कि देश में जो भी इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हो रहा है उसमें भगवान विश्वकर्मा के वंशजों का बड़ा योगदान है। सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ विश्वकर्मा समाज का वोट लेकर अपना स्वार्थ सिद्ध किया है। कभी भी इस समाज के सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक स्तर को ऊंचा उठाने और उनके अधिकार की बात नहीं की।

मुख्यमन्त्री ने कहा कि सिर्फ भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो पिछड़े वर्गों का सम्मान करती है। नरेन्द्र मोदी की सरकार ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ी जातियों के अधिकार को मजबूत किया है। कहा कि अब हिन्दुओं के त्योहार पर दंगे नहीं होते वर्ना हिन्दू आस्था पर दिन-प्रतिदिन चोट पहुंचाये जाते थे।

मुख्यमन्त्री ने सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन के मंच पर आते ही दीप प्रज्ज्वलित किया और भगवान विश्वकर्मा के साथ ही रखी कई प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किया। विश्वकर्मा समाज की तरफ से मुख्यमन्त्री को गेरुआ अंगवस्त्र, मुकुट, गदा, मोमेन्टो देकर व बड़ी माला पहनाकर स्वागत किया गया। अपने स्वागत भाषण में डॉ0 कृष्णमुरारी विश्वकर्मा ने मुख्यमन्त्री के कृत्यों की खूब सराहना की और भाजपा में मिल रहे सम्मान के लिये आभार व्यक्त किया।

मंच पर मौजूद विशिष्ट अतिथि हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप, वनमन्त्री दारा सिंह चौहान सहित डॉ0 त्रिपुणायक विश्वकर्मा, ओमपाल पांचाल, बुद्धलाल विश्वकर्मा, महेन्द्र विश्वकर्मा, जगदीश पांचाल आदि लोगों ने सम्मेलन को सम्बोधित किया।

मंच का संचालन कार्यक्रम के संयोजक व ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ0 परमेन्द्र जांगड़ा द्वारा किया गया। विश्वकर्मा समाज के लोगों द्वारा सभी अतिथियों को अंगवस्त्र, पगड़ी, मोमेन्टो देकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। विभिन्न जिलों से आये प्रतिनिधियों ने बारी-बारी से अपने द्वारा लाई गई स्वागत सामग्री से सम्मान किया। इस मौके पर यूपी डांस स्पोर्ट चैंपियनशिप-2021 की स्वर्ण विजेता श्रीयशी विश्वकर्मा ने वन्देमातरम गान प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर रमाकान्त विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, प्रमोद विश्वकर्मा, मधुराज विश्वकर्मा, महेन्द्र विश्वकर्मा, राजू पांचाल, सुनील पांचाल, अखिलेश मोहन, दिनेश शर्मा, मनोज शर्मा, दीनदयाल विश्वकर्मा, अमित विश्वकर्मा, राकेश पांचाल, मनोज पांचाल, रामचन्द्र विश्वकर्मा, प्रभाकर विश्वकर्मा, तेजू विश्वकर्मा, ऊषा विश्वकर्मा, विजय विश्वकर्मा, रामधनी विश्वकर्मा, सुमित जांगड़ा, नरेश पांचाल, डॉ0 वी0डी0 शर्मा, अरविन्द विश्वकर्मा, शशिकान्त शर्मा, रवि शर्मा, आत्माराम पांचाल, विपिन विश्वकर्मा, स्वतन्त्र सोनी, शशिचन्द विश्वकर्मा, रिंकज विश्वकर्मा, अंगद विश्वकर्मा, सरोज विश्वकर्मा, आशीष शर्मा, दीपक झा, संजय धीमान, श्याम सुन्दर विश्वकर्मा, अजय विश्वकर्मा, हनुमान विश्वकर्मा, प्रदीप शर्मा, गोपाल धीमान, प्रेमचन्द विश्वकर्मा, अरुण विश्वकर्मा, प्रभुनाथ विश्वकर्मा, मनोज विश्वकर्मा, गजेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, रमापति विश्वकर्मा, लालबहादुर विश्वकर्मा, राजू विश्वकर्मा सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।

सम्मेलन के समापन पूर्व मंच पर वन्देमातरम गान प्रस्तुत करने वाली विश्वकर्मा समाज की बेटी श्रीयशी विश्वकर्मा को सांसद रामचन्द्र जांगड़ा, उत्तर प्रदेश सरकार के वनमन्त्री दारा सिंह चौहान व डॉ0 कृष्णमुरारी विश्वकर्मा ने मोमेन्टो देकर सम्मानित किया।

1 thought on “राम का द्रोही कभी विश्वकर्मा का हितैषी नहीं हो सकता- सीएम योगी आदित्यनाथ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: