प्रखर विश्वकर्मा ने इसरो के रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र और विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केन्द्र का भ्रमण कर प्रोजेक्ट्स का किया अवलोकन
टीकमगढ़। शासकीय मॉडल स्कूल पलेरा के छात्र और खगोल शिक्षा एवं अनुसंधान संगठन एयरो-एक्स के संस्थापक प्रखर विश्वकर्मा को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के द्वारा एक बार फिर अन्तररिक्ष केन्द्र विजिट करने का अवसर दिया गया है। प्रखर को थुम्बा में स्थित रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र और विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र को विजिट करने का अवसर मिला है।
प्रखर ने बताया कि वीएसएससी में अंतरिक्ष और एयरोनॉटिक्स का अलग ही मिश्रण है। वहां रॉकेट, सैटेलाइट, अंतरिक्ष यान, उपकरण, पेलोड आदि का मॉडल दर्शाया गया है। इसके साथ ही प्रखर ने वहां इसरो के द्वारा परीक्षण किए गए आरएलवी टीडी के वास्तविक यान का अवलोकन किया। प्रखर ने अपने रॉकेट प्रक्षेपण को लेकर भी वैज्ञानिकों से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
जानकारी के लिए बता दें कि इसरो के इस केन्द्र की नींव डॉ0 अब्दुल कलाम ने रखी थी। उन्होंने थुम्बा में स्थित चर्च को स्पेस म्यूजियम में परिवर्तित कर दिया था। वर्तमान में इस अंतरिक्ष केन्द्र के अध्यक्ष एस0 सोमनाथ हैं। प्रखर ने बताया कि इस अंतरिक्ष केन्द्र का अवलोकन करना उनकी अंतरिक्ष यात्रा में बड़ा बदलाव लाने का प्रयास करेगा। प्रखर अभी वर्तमान समय में अपने रॉकेट प्रक्षेपण को लेकर चिंतित हैं, वह इसके लिए इसरो और डीआरडीओ से लगातार संपर्क कर रहे हैं। प्रखर ने कहा कि उनका भी सपना है कि वे भी अपने गृह गांव में एक स्पेस मुजियम का निर्माण करें, जिससे बच्चों में अंतरिक्ष के प्रति एक अलग ही उत्सुकता जागृत हो।
यहां यह भी बताना जरूरी है कि प्रखर विश्वकर्मा को 14 से 16 नवम्बर तक जर्मनी में आयोजित अंतरिक्ष समारोह में भाग लेना था, परन्तु आर्थिक अभाव के चलते वह नहीं जा सके। इसका उन्हें मलाल है।