बोखीराधाम पोरबंदर मे हुआ नई कार्यकारिणी का गठन

पोरबंदर (मयूर मिस्त्री)। लोहार समाज के संत शिरोमणि श्री संत श्री देवतणखी दादा जन्म स्थल और लीरलबाई धाम पोरबंदर में स्थित है। इस अतिविशिष्ट धाम में विश्वकर्मा समाज हर साल पर आषाढ़ बीज पर जनमेदनी के रूप में आते हैं। भोजन व्यवस्था के साथ ही बहुत बड़ा सत्संग का आयोजन होता है।
लोहार समाज में बड़े गौरव के साथ इनका नाम लिया जाता है। श्री संत श्री देवतणखी दादा जन्म स्थल और लीरलबाई धाम पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ है जहां अनेक प्रकार के सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन साल भर होता रहता है।
नवम्बर माह की 14 तारीख को मंदिर परिसर में सत्यनारायण की कथा और स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। आसपास से अनेक संस्था के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने वहां उपस्थिती रखी थी।
अतिथि के रूप में भीखुभाई सिद्धपुरा, मनुभाई कारेलीया, परेशभाई उमराणिया, राजुभाई कवा, मनोजभाई वाघेला, नयनभाई कवा, प्रभुदासभाई वाघेला, परेशभाई मकवाणा सहित अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। साथ ही नई कार्यकारिणी का गठन किया गया।
कार्यकारिणी में अशोकभाई सिध्दपुरा, भरतभाई कवा, अश्विन भाई चौहाण, सुनिलभाई सिद्धपुरा, परेशभाई गोहेल और अन्य सभी ट्रस्ट के सदस्यों की नियुक्ति हुई। कार्यक्रम में शामिल अतिथियों का स्वागत किया गया। पोरबंदर और आसपास के अन्य समाज बंधुओं की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
रिपोर्ट – मयूर मिस्त्री (विश्वकर्मा साहित्य भारत)