विश्वकर्मा समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने हेतु आयोग को सौंपा ज्ञापन
दिल्ली। अति पिछड़ा वर्ग आयोग में विश्वकर्मा समाज को शामिल करने को लेकर 14 मार्च को अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ई मानिकवेलु ने अपने सहयोगी अजीत राय विश्वास के साथ आयोग के अध्यक्ष रोहिनी को 14 पृष्ठों का एक पत्रक सौंपा।
पूर्व निर्धारित समय के अनुसार मानिकवेलु अपने साथियों के साथ आयोग के कार्यालय पहुंचे और पूर्ण तर्कों के साथ अध्यक्ष को पत्रक सौंपा। चेन्नई निवासी ई मानिकवेलु ने पत्रक के 7 पृष्ठों मे यह तर्क दिया है कि इस वर्ग को अति पिछडा वर्ग में शामिल करना कितना आवश्यक है। पत्रक के साथ ही 7 पृष्ठों मे विभिन्न सामाजिक संगठनों का समर्थन पत्र लगाया गया है।
यह जानकारी साझा करते हुए अजीत राय विश्वास ने बताया कि 14 मार्च को विज्ञान भवन नई दिल्ली में अपरान्ह पौने एक बजे अति पिछड़ा वर्ग आयोग के कार्यालय में उपस्थित होकर भारत सरकार द्वारा गठित ‘न्यायाधीश जी0 रोहिनी आयोग’ के समक्ष अपने सभी सुझाव रखे और उन्हें अपना विधिवत ज्ञापन सौंपा जो कि विश्वकर्मा समाज (स्वर्णकार, लौहकार, ताम्रकार, काष्ठकार, शिल्पकार) को तार्किक रूप से ‘अति पिछड़ा वर्ग’ की श्रेणी में शामिल किए जाने की सिफारिश से सम्बन्धित है।
ई मानिकवेलु के इस प्रयास की सराहना करते हुये कई सामाजिक लोगों ने मौके पर पहुंच कर उनको धन्यवाद दिया और अभिनन्दन भी किया। धन्यवाद ज्ञापित करने वालों में वेदप्रकाश शर्मा व शशिकान्त शर्मा प्रमुख रहे।
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