उद्योग जगत की भारतीय हस्तियों का दुबई में हुआ सम्मान
दुबई। भारत और दुबई के व्यापारिक रिश्ते नए गर्मजोशी के साथ परवान चढ़ रहे हैं। दोनों मुल्कों के व्यवसायिक घराने और उद्योगपति रोज ही सफलता के नए आयाम लिख रहे हैं। मिलजुलकर और एक दूसरे के सहयोग से अर्थ और व्यापार की दुनिया मे नए मुकाम हासिल करने की इसी कड़ी का गवाह बना दुबई का मशहूर होटल अटलांटिस। बीते 23 सितम्बर को इसी होटल में दोनों देशो की प्रमुख हस्तियों को सम्मानित करने के लिए ‘इंडिया-यूएई बिजनेस समिट’ का आयोजन किया गया।
समिट आयोजन समिति के वाईस प्रेसीडेण्ट तथा ऑब्जर्वर डान के सह संपादक दिनेश गौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में दोनों मुल्कों के सफल व्यवसायियों को उनके कार्य के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में गल्फ पेट्रोलियम ग्रुप के एमडी सुधीर गोयल, डीपीएस शारजाह के प्रबन्ध निदेशक दिनेश कोठारी, जुल्फिकार गढ़ियाली, सुश्री आशा शर्मा (साल की सबसे प्रभावशाली महिला शिक्षक), ओएलएक्स डॉट कॉम के अमरेन्द्र शुक्ला, राजस्थान निवासी फर्नीचर वर्ल्ड के अमरा रामजी जांगिड़ प्रमुख रहे। कार्यक्रम में अबू धाबी के राजकुमार शेख तहनून बिन सईद, बिन तनहून अल नहयन के अलावा हिज एक्सीलेंसी सहैल मोहम्मद अल जरूनी मौजूद थे।
इनके साथ ही अन्य प्रमुख हस्तियों में उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमन्त्री तथा लोक सभा के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, जनता दल (यू) के राष्ट्रीय महासचिव के0सी0 त्यागी, एफटीआईआई के पूर्व अध्य्क्ष गजेन्द्र चौहान तथा अभिनेता राजपाल यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान के0सी0 त्यागी ने कहा कि, ”यहां रहने वाले जो भारतीय हैं वो भी इस देश को अपना मादरे-वतन मानते हैं। मैंने पिछले दो दिनों के अंदर यह महसूस भी किया है। यहां रहने वाले भारतीयों के भाव से यह पता चलता है कि जैसे वह भारत में ही रह रहे हों। यही राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सम्बन्ध नई ऊंचाई पर पहुंचे ऐसी कामना करते हुए मैं अपनी शुभकामना देता हूं।”
पूरी तरह से सफल रहे इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि, ”यह कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब हिन्दुस्तान पूरी दुनिया के आर्थिक जगत में सबसे तेज प्रगति करने वाले देशों में शामिल हो गया है। हिन्दुस्तान और यूएई के बीच जिस तरीके से लगातार प्रगाढ़ सम्बन्ध स्थापित हो रहे हैं वह उत्साहवर्धक है। पहले कहा जाता था कि हम खाड़ी देशों से सिर्फ अपना बिजनेश करते हैं, लेकिन मैं देख रहा हूं कि यहां पर दोनों देशों का पारस्परिक संबंध हैं। मुझे खुशी होती है कि यहां 35000 से भी अधिक रजिस्टर्ड कम्पनियां भारतीय हैं जो इस देश के आर्थिक प्रगति में अपना योगदान दे रहे हैं।”
कार्यक्रम के दौरान गगन रणबीर निदेशक कोलियस, डॉक्टर अनन्त रघुवंशी, कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष हरिओम त्यागी और उपाध्यक्ष दिनेश गौड़ (सह संपादक— ऑब्जर्वर डान) ने भी अपने विचार रखे।