पांचाल-विश्वकर्मा समाज के आठ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
जालौन। जिले के कोंच स्थित सुप्रसिद्ध सिद्ध पीठ हुल्कादेवी मंदिर के विशाल प्रांगण में श्री पांचाल-विश्वकर्मा कल्याण समिति के तत्वाधान में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में समाज के आठ जोड़ों ने वैदिक रीति से अग्नि के सात फेरे लेकर दाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। नवयुगलों को आशीर्वाद देने के लिए यूपी के अलावा अन्य राज्यों के भी तमाम गणमान्य नागरिकों, बुद्घजीवियों और जन प्रतिनिधियों ने यहां शिरकत की।
पूर्व सब इंस्पेक्टर मध्यप्रदेश पुलिस लखनलाल गौड़ की अध्यक्षता में आयोजित पांचाल विश्वकर्मा समाज के इस पंद्रहवें सामूहिक विवाह सम्मेलन के मुख्य अतिथि द्वय शिवसेवक विश्वकर्मा चरसौनी व क्षेत्रीय विधायक मूलचंद्र निरंजन ने कहा, ऐसे सम्मेलन सामाजिक एकजुटता का प्रतिबिंबन करते हैं। उन्होंने कहा कि आज हर आदमी मंहगाई की मार से जूझ रहा है, ऐसे में इन सामूहिक विवाह सम्मेलनों की उपादेयता और भी अधिक बढ़ जाती है। सम्मेलन में भाजपा नगर अध्यक्ष सुनील लोहिया, सुनील शर्मा, भागवताचार्य साध्वी श्यामा किशोरी श्रीधाम वृंदावन, नैंसी, महेंद्र सोनी लला, प्रभंजन गर्ग, बादाम सिंह कुशवाहा, ओपी कुशवाहा, अनिल पटेल, अजय कुशवाहा, रामलाल पटेल, नरेंद्र विश्वकर्मा, सुरेंद्र विश्वकर्मा, डॉ0 धर्मेंद्र पांचाल, राकेश, मनोज कुमार विश्वकर्मा, रोहित, अमित, रामू, भूमेश, सानू आदि अतिथि मंचस्थ रहे।
अन्य अतिथियों ने भी संबोधित करते हुए विवाह सम्मेलन को औरों के लिए प्रेरणास्पद बताया। संचालन मूलचंद्र पांचाल ने किया। इससे पूर्व आयोजन समिति के पदाधिकारियों अध्यक्ष सुरेंद्र विश्वकर्मा बजरिया, राकेश कुमार, संदीप विश्वकर्मा, अमित कुमार, देवेंद्र पांचाल, राजू नईबस्ती, दीपू विश्वकर्मा, आकाश, अंजनी, मनोज कुमार, प्रेमनारायण, भगवान दास, गया प्रसाद, केशव सहित तमाम लोगों ने मंचस्थ अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
विद्वान ब्राह्मणों पं0 शशिकांत तिवारी नन्हें महाराज, पं0 चंद्रशेखर दुवे, पं0 छोटू तिवारी, पं0 राजाभैया पुजारी आदि ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जोड़ों के पाणिग्रहण संस्कार संपन्न कराए। सभी नवयुगलों को समिति की ओर से गृहस्थी में उपयोग आने वाला तमाम सामान उपहार स्वरूप भेंट किया गया।
परिणय सूत्र में बंधे यह जोड़े- श्री पांचाल-विश्वकर्मा कल्याण समिति कोंच के तत्वाधान में यहां हुल्कादेवी मंदिर प्रांगण में सामूहिक विवाह सम्मेलन में जिन आठ जोड़ों ने एक दूजे का हाथ थामा उनमें खुशबू गौड़ मिहौना संग नीलेश गौड़ बरहा, वंदना गौड़ मिहौना संग संजीव गौड़ बरहा, मेघा विश्वकर्मा संग कालीचरण विश्वकर्मा मिहौना, सीमा विश्वकर्मा पृथ्वीपुरा संग राहुल विश्वकर्मा रतवा, अन्नू शर्मा संगम विहार दिल्ली संग रामवीर विश्वकर्मा जरा, रागिनी देवी रेंढर संग शोभाराम विश्वकर्मा रुरई, अंजली विश्वकर्मा मारपुरा संग अंकित कुमार देवगांव, लक्ष्मी देवी विश्वकर्मा नरोत्तमपुर औरैया संग मोनू विश्वकर्मा अटागांव शामिल हैं।