छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेत्री ऊषा विश्वकर्मा ने 82 से ज्यादा फिल्मों में किया अभिनय, कई फिल्मों को मिला पुरस्कार
भिलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश के दुर्ग जिला के भिलाई में रहने वाली ऊषा विश्वकर्मा ने अब तक 82 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर रिकार्ड बनाया है। इसमें छत्तीसगढ़ी, हिन्दी, भोजपुरी और बंग्ला फ़िल्म शामिल है। हालांकि इनमें छत्तीसगढ़ी फ़िल्म सर्वाधिक है और बंग्ला फ़िल्म सिर्फ एक है। इन फिल्मों में ऊषा ने ज्यादातर पारिवारिक किरदार निभाया है जिसमें मां का भी किरदार सम्मिलित है। हालांकि कई फिल्मों में उन्होंने कॉमेडी भी की है।
बता दें कि 41 वर्षीय ऊषा विश्वकर्मा की शिक्षा मैट्रिक तक ही है पर उनकी लगन ने फ़िल्म जगत में अनोखी छाप बनाई है। नृत्य, गायन और अभिनय में उनकी रुचि बचपन से ही थी। सविता साहू उनकी कला गुरू हैं।
ऊषा को कई मंचों पर सम्मान मिल चुका है जैसे छत्तीसगढ़ फिल्म इण्डस्ट्रीज एसोशिएसन द्वारा सम्मान, आन्ध्रा एसोशिएशन द्वारा सम्मान, विश्वकर्मा वेलफेयर सोसायटी हरियाणा द्वारा विशेष सम्मान, दि अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा द्वारा हावड़ा में सम्मान, कारपेन्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन मुम्बई द्वारा सम्मान सहित अहमदाबाद, गुड़गांव, जयपुर और चेन्नई में भी सम्मानित की गई।
ऊषा विश्वकर्मा नृत्य, गायन और अभिनय के साथ ही निर्देशन और प्रशिक्षण का भी कार्य करती हैं। वह लोककला मंच माटी महतारी की निर्देशक होने के साथ ही नृत्य प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन कर रही हैं। ऊषा के जनजागरण और विज्ञापन से सम्बन्धित टेली फिल्मों का प्रसारण देश-विदेश में होता है।
दूरदर्शन केन्द्र रायपुर द्वारा जन जागरण हेतु अनेक विज्ञापनों में अभिनय का मौका इन्हें मिल चुका है। छत्तीसगढ़ लोककला मंच के माध्यम से छत्तीसगढ़ लोककला की सतरंगी छटा जन-जन तक बिखेरना, अपनी माटी के लिए समर्पित कलाकार तैयार करना और फिल्मों का निर्देशन मुख्य उद्देश्य है।
ऊषा विश्वकर्मा के अभिनय वाली करीब 15 फिल्में 2022 तक रिलीज़ हो जायेगी। ऊषा के अभिनय वाली छत्तीसगढ़ी फ़िल्म “भुलन दी मेज़” को इसी महीने 25 अक्टूबर को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। ऊषा ने “विश्वकर्मा किरण” से कहा कि वह अपनी इस कला के माध्यम से विश्वकर्मा समाज के लोगों को जागरूक करेंगी और सामाजिक विकास में सहभागी होंगी।