‘विश्वकर्मा धाम’ निर्माण के लिए हुआ भूमि पूजन
देवरिया। युवा विश्वकर्मा एकता सेवा संस्थान, देवरिया के सौजन्य से ‘विश्वकर्मा धाम’ निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। धाम में विश्वकर्मा मंदिर, पुस्तकालय, छात्रावास व निःशुल्क अस्पताल मुख्य रूप से बनेंगे। यह सभी सुविधाएं हर वर्ग के निर्धन व गरीबों की सेवा के लिए समर्पित होगा।
धाम निर्माण हेतु भूमि का पूजन गोरखपुर विश्वकर्मा मंदिर से आये हुए आचार्य पंडित अम्बिका पांचाल द्वारा विश्वकर्मा पुराण के नियमानुसार कराया गया। पूजन के मुख्य यजमान संस्थापक रवीन्द्र विश्वकर्मा रहे।
सर्वप्रथम आचार्य द्वारा पूरे विधि—विधान से कलश स्थापना व भगवान विश्वकर्मा का पूजन अर्चन किया गया। तदोपरान्त आरती की गयी और उपस्थित लोगों में प्रसाद का वितरण किया गया।
पूजन के बाद उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए आचार्य पंडित अम्बिका पांचाल ने विश्वकर्मा पुराण में वर्णित भगवान विश्वकर्मा की महत्ता एवं प्रभुता को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा भगवान विष्णु के ही रूप है। इस संसार में सूई से लेकर रॉकेट तक का निर्माण भगवान विश्वकर्मा की ही कृपा से सम्भव है। डॉ बी0एस0 शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा धाम के निर्माण होने से जो भी निर्धन छात्र पढ़ना चाहते हैं, उनको निःशुल्क छात्रावास उपलब्ध कराया जाएगा जो यहां रह कर अपनी शिक्षा पूरी कर सकेगें। साथ ही साथ निःशुल्क अस्पताल के निर्माण से निर्धनों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। संरक्षक संजय विश्वकर्मा ने इसमें सभी के सहयोग की अपील की और आये हुए सभी सम्मानितों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रेम प्रकाश शर्मा अध्यक्ष, सचिव डॉ0 आर0जे0 विश्वकर्मा, भाजपा के जिला महामंत्री कृष्णनाथ राय, सभासद धर्मेन्द्र सिंह, गोविंद चौरसिया, हि0यू0वा0 के नेता विजय सिंह, श्रवण शर्मा, सतीश विश्वकर्मा, अरुण विश्वकर्मा, आचार्य पं0 मैनेजर विश्वकर्मा, आचार्य पं0 रामलाल विश्वकर्मा, इन्द्र मोहन विश्वकर्मा, रामानन्द विश्वकर्मा, कदम विश्वकर्मा, बड़े विश्वकर्मा, प्रद्युम्न विश्वकर्मा, अंकित विश्वकर्मा, दुलारे विश्वकर्मा, हरिशंकर विश्वकर्मा, किशन विश्वकर्मा, अग्रसेन विश्वकर्मा, विवेकानन्द शर्मा, संजय पटेल, शेरु गौड़ आदि बन्धु उपस्थित रहे।
अभूतपूर्व बहुत ही उत्तम है समाज के लिए गौरवपूर्ण है, शुभकामनाएं
जय श्री विश्वकर्मा जी
सराहनीय कार्य, बधाई शुभकामनाएं
Bhumi Pujan for construction of Vishwakarma Dham, is a very appreciable job for the upliftment of not only Vishwakarma society but also the poor and needy children , who wanted to build-up their future under the guidance and help of Vishwakarma Dham.
Jay Sri Vishwakarma