शहीद बजरंगी विश्वकर्मा के नाम पर होगा बारियावन-टाण्डा मार्ग
अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार ने जिले के बारियावन-टाण्डा मार्ग का नामकरण शहीद बजरंगी विश्वकर्मा के नाम पर करने का निर्णय लिया है। खुद इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैन्डल से दी गई है। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से शहीद के परिवार व विश्वकर्मा समाज के लोगों को गर्व के साथ ही सम्मान की अनुभूति हुई है। हालांकि यह सम्मान काफी लम्बे संघर्ष यानी दस साल बाद मिला है। शहीद का परिवार, तमाम सामाजिक संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता व विश्वकर्मा समाज के लोग उनकी शहादत के बाद से ही संघर्षरत थे। बजरंगी विश्वकर्मा 6 अगस्त, 2010 को त्रिपुरा के नलकटा में शहीद हो गये थे।
अम्बेडकरनगर जिले के थाना तुलसीपुर अंतर्गत सम्मनपुर गांव निवासी बजरंगी विश्वकर्मा सीमा सुरक्षा बल की 101वीं बटालियन में तैनात थे। बजरंगी के पराक्रम का लोहा पूरा बटालियन मानती थी। उनके पराक्रम का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहादत के बाद शहीद बजरंगी विश्वकर्मा के अदम्य साहस को यादगार बनाने के लिए सीमा सुरक्षा बल की 101वीं बटालियन की बीओपी रतियापारा फारवर्ड का नाम “बजरंगी” स्वीकृत कर बजरंगी विश्वकर्मा का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित कर दिया गया। बजरंगी विश्वकर्मा को वीरता के लिए मरणोपरांत ‘राष्ट्रपति वीरता मेडल’ प्रदान किया गया था। यह मेडल तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने 30 नवम्बर, 2011 को दिया था।