सबसे कम उम्र के पनडुब्बी चालक बने अनुराग जांगड़ा
रोहतक। जुलाना क्षेत्र के गांव मालवी के एक किसान का बेटा अनुराग जांगड़ा भारत में सबसे कम आयु का पनडुब्बी चालक बना है। इससे गांव में खुशी का माहौल है। सरपंच रामकला जांगड़ा ने बताया कि एक साधारण किसान परिवार में जन्मे अनुराग ने पढ़ाई में मेहनत करते हुए यह मुकाम हासिल किया है। अनुराग के पिता कलम सिंह किसान हैं और माता रेखा गृहणी हैं। अनुराग ने प्राथमिक शिक्षा मालवी गांव के सरकारी स्कूल से ही की थी। इसके बाद रोहतक के जाट स्कूल से ग्रेजुएशन की और कोचिंग लेकर नेवी में भर्ती हुआ।
अनुराग महज 20 साल की आयु में ही नेवी में पनडुब्बी का चालक बना है, जो पूरे गांव और क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। अनुराग का नौसेना में 13 फरवरी 2017 को चयन हुआ था, जिसके बाद से विशाखापट्टनम में उसकी ट्रेनिंग चल रही थी। ट्रेनिंग में पूरी मेहनत करते हुए अनुराग जांगड़ा ने अपना लक्ष्य हासिल किया। उन्होंने बताया कि अनुराग का गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया जाएगा।