वाराणसी में “विश्वकर्मा घाट” का लोकार्पण के साथ ही जन सुविधाओं का हुआ शिलान्यास

वाराणसी। विश्व पटल पर धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान रखने वाली काशी नगरी में गंगा तट पर स्थित प्राचीन पंचमुखी श्री विश्वकर्मा मन्दिर के नजदीक “विश्वकर्मा घाट” का लोकार्पण सम्पन्न हुआ। साथ ही मन्दिर परिसर में एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा के विधायक निधि से प्रस्तावित जन सुविधाओं का शिलान्यास भी उन्हीं के कर कमलों से सम्पन्न हुआ।
माघ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी विश्वकर्मा प्रकट दिवस के अवसर पर प्राचीन पंचमुखी श्री विश्वकर्मा मंदिर के प्रांगण में प्राचीन श्री विश्वकर्मा मंदिर न्यास परिषद द्वारा आदि देव भगवान विश्वकर्मा का भव्य अवतरण दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में भगवान विश्वकर्मा का पूजन और महाआरती की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हंसराज विश्वकर्मा भाजपा जिला अध्यक्ष वाराणसी व सदस्य विधान परिषद उत्तर प्रदेश रहे। विशिष्ट अतिथि सुनील कुमार विश्वकर्मा अध्यक्ष राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश रहे। अतिथिगणों के करकमलों से “विश्वकर्मा घाट” के शिलापट्ट का अनावरण किया गया। साथ ही एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने अपने विधायक निधि से मंदिर परिसर में बोरिंग, स्नानागार और शौचालय की सुविधा के लिए चार लाख अस्सी हजार रुपये से संपन्न होने वाले प्रस्तावित कार्य का शिलान्यास किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में स्वर्णकार सभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण सेठ, डॉ0 रामनवल विश्वकर्मा पूर्व चिकित्सा अधीक्षक प्रयागराज और अमित कुमार विश्वकर्मा C. A. आदि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान विश्वकर्मा के पांचो मानस पुत्रों लोहार, बढई, ताम्रकार, मूर्तिकार व स्वर्णकार को एक होने से विश्वकर्मा समाज का मान सम्मान बढ़ेगा। विशिष्ट अतिथियों ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वकर्मा समाज सदैव से ही कर्म पर विश्वास करता है। हमें गर्व होना चाहिए कि हम विश्वकर्मा कुल से हैं। स्वर्णकार समाज के सत्यनारायण सेठ ने कहा कि हमारा स्वर्णकार समाज विश्वकर्मा समाज का एक अंग है। हमारी विश्वकर्मा संस्कृति एक साइंस है, एक टेक्नोलॉजी है। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर राम नवल विश्वकर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज एक जाति नहीं बल्कि जातियों का एक समूह है। विश्वकर्मा समाज हर युग में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देता आया है।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 रमाधार विश्वकर्मा के द्वारा हुआ। अतिथियों का स्वागत भाषण ट्रस्ट के प्रबंधक भरत लाल विश्वकर्मा द्वारा तथा पूरे कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के सचिव घनश्याम विश्वकर्मा द्वारा किया गया। ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी गण नंदलाल दास, राधेश्याम विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, राजेंद्र विश्वकर्मा, कन्हैयालाल, राम रतन, घनश्याम शर्मा, सत्य प्रकाश विश्वकर्मा, सत्यनारायण विश्वकर्मा, गोरख विश्वकर्मा, राजकुमार विश्वकर्मा, रामबाबू विश्वकर्मा, श्याम बाबू विश्वकर्मा, एवं समाज के समस्त गणमान्य विश्वकर्मा बंधु उपस्थित रहे।