विश्वकर्मा समाज की समस्याओं से अवगत हुये महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, निराकरण का दिलाया भरोसा
मुम्बई। उत्तर भारतीय ओबीसी समाज की बैठक पूर्व सांसद संजय निरुपम के नेतृत्व में सम्पन्न हुई, जिसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की गरिमामयी उपस्थिति रही। बैठक में मुंबई में निवास कर रहे उत्तर भारतीय ओबीसी समाज के आरक्षण एवं अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर सर्व समाज के प्रतिनिधियों ने अपने विचार रखे।

विश्वकर्मा समाज की समस्याओं को उपमुख्यमंत्री जी ने गंभीरता से सुना और निराकरण हेतु आश्वस्त किया। विश्वकर्मा समाज के प्रतिनिधि बाबूलाल विश्वकर्मा ने बताया कि उपमुख्यमंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि- विश्वकर्मा बंधुओं को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा, पुश्तैनी फर्नीचर कार्य से जुड़े कारीगरों को संरक्षण दिया जाएगा, योजनाओं का लाभ सीधे कारीगरों तक पहुँचाया जाएगा। साथ ही उपमुख्यमंत्री जी ने यह भी आश्वस्त किया है कि एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसके संरक्षक वह स्वयं होंगे। उन्होंने उत्तर भारतीय ओबीसी समाज के मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए यह भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में पुनः ऐसी महापंचायत/बैठक आयोजित कर समस्याओं का ठोस समाधान निकाला जाएगा। बैठक में महाराष्ट्र राज्य में “काष्ठ कला बोर्ड” के गठन की मांग भी प्रमुखता से रखी गई। इस बैठक में विश्वकर्मा समाज का प्रतिनिधित्व बाबूलाल विश्वकर्मा ने की।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को “विश्वकर्मा गौरव” सम्मान” से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विश्वकर्मा समिति से शिवकुमार शर्मा, मदन शर्मा, अनिल विश्वकर्मा, लक्ष्मीचंद विश्वकर्मा, राज किरण, वशिष्ठ नारायण विश्वकर्मा, नन्हेलाल विश्वकर्मा सहित विभिन्न संस्थाओं के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। यह बैठक समाज के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुई।
