लन्दन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ मुकेश कुमार जांगिड़ का नाम
अजमेर। गरीबी में पले-बढ़े और गरीबों के हक के लिये संघर्ष करने वाले, विश्वकर्मा वंशज समाज के युवा नेतृत्वकर्ता मुकेश कुमार जांगिड़ का नाम लन्दन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है, जिसका प्रमाण पत्र 8 अक्टूबर को जारी किया गया है। मुकेश ने हमेशा निर्भीक और निडर होकर निष्पक्ष तरीके से गरीबों, असहायों व जरूरतमंद लोगों की आवाज उठाने का काम किया है। यह रिकॉर्ड बनाकर मुकेश कुमार जांगिड़ ने अपने परिवार और समाज का नाम रोशन किया है।

राजस्थान प्रदेश के अजमेर जिले के बुबकिया बगड़ावत में 8 मई 1985 को जन्मे मुकेश कुमार जांगिड़ बहुत ही संघर्षशील युवा हैं। वह स्व. रामनारायण जांगिड़ की तीन सन्तानों में सबसे छोटे हैं। अपनी मेहनत और लगन के बल पर सदैव आगे बढ़े, सभी का सम्मान किया। मानवता, इंसानियत, दयालुता, सच्चाई व अच्छाई के रास्ते पर चलते हुये कभी स्वाभिमान से समझौता नहीं किया।
माता-पिता व गुरुजन के संस्कार व सभ्यता का पालन करते हुए धीरे-धीरे आगे निकले और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ 2005 से खड़े होकर विश्वकर्मा वंशज एकता मंच इंडिया के नाम से समाज ही नहीं बल्कि 36 जातियों में विश्वास व भरोसा कायम करते हुए अपनी काबिलियत के दम पर कदम रखा और इस मुकाम को हासिल किया। मुकेश की इस उपलब्धि पर विश्वकर्मा समाज के साथ ही अन्य संगठनों और नेताओं की तरफ से बधाई मिल रही है।
