विश्वकर्मा समाज में लीडरशिप की जरुरत- डॉ0 वीरेन्द्र विश्वकर्मा

मुम्बई (गंगाराम विश्वकर्मा)। लोकजन सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ0 वीरेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि लीडरशिप के अभाव में विश्वकर्मा समाज को नेतृत्व नहीं मिला जिसकी वजह से समाज का विकास अवरुद्ध है। इस समाज से जो भी जन प्रतिनिधि बने वे अपनी पार्टी के दायरे में सिमट कर रह गए।
विश्वकर्मा समिति मुंबई संस्था की ओर से सांताक्रुज (पूर्व) कालीना स्थित विश्वकर्मा हॉल में आयोजित सम्मान समारोह में डॉ0 वीरेन्द्र विश्वकर्मा ने कहा कि देश में तमाम जातियां अपने हक के लिए गोलबंद हो रही हैं, उनकी आवाज को सरकारें भी सुन रही हैं लेकिन विश्वकर्मा समाज अब भी बिखरा पड़ा हुआ है।उ न्होंने विश्वकर्मा समाज के लोगों से आह्वाहन किया कि राजनीति में भागीदारी के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। सत्ता विकास की कुंजी है, इसलिए विभिन्न राजनैतिक दलों में अपनी सहभागिता बढ़ाइए।
श्री विश्वकर्मा ने कहा कि योगी सरकार में पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार बढ़ा है। 2027 के विधानसभा चुनाव में कोई भी सरकार बने लेकिन वह पीडीए की ही सरकार होगी। जनता के बीच योगी सरकार के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है, आने वाले समय में इस सरकार की विदाई तय है। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र विश्वकर्मा, चेयरमैन सुनील राना, महामंत्री जे0पी0 शर्मा आदि ने भी विचार रखे।