आज़मगढ़ में मनाया गया विश्वकर्मा एकीकरण अभियान का 23वां स्थापना दिवस समारोह
आज़मगढ़। विश्वकर्मा एकीकरण अभियान का 23वां स्थापना दिवस समारोह आजमगढ़ शहर स्थित हरिऔध कला भवन (निकट विकास भवन) में मनाया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर वृंद कुमार शर्मा सिविल संकाय बीएचयू वाराणसी रहे। एडवोकेट राजेश विश्वकर्मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद, डिप्टी जेलर अनिल कुमार विश्वकर्मा शाहजहांपुर, भरत लाल विश्वकर्मा वाराणसी तथा इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा सोनभद्र बतौर विशिष्ट आतिथि उपस्थित रहे। समारोह के संयोजक बेचूराम विश्वकर्मा एवं शिव मोहन शिल्पकार विश्वकर्मा थे। उपस्थित अतिथियों ने प्रभु विश्वकर्मा जी का पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉक्टर वृंद कुमार शर्मा द्वारा समाज में शिक्षा की महत्ता, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा में अभिभावकों के समय एवं धन के इन्वेस्टमेंट के महत्व पर प्रकाश डाला गया तथा शिक्षित होने, संगठित होने एवं संघर्षशील होने के सूत्र का पालन करने पर प्रकाश डाला। साथ ही विश्वकर्मा समाज के पांचों मानस भाइयों मनु, मय, त्वष्टा , शिल्पी एवं दैवज्ञ के एकीकरण एवं सशक्तिकरण हेतु रोटी-बेटी के संबंध पर बल दिया गया। कहा कि विश्वकर्मा एकीकरण अभियान की स्थापना करने वाले पूर्व आइएएस जे0एन0 विश्वकर्मा के उच्च सोच को समाज के युवाओं द्वारा आगे बढ़ाने पर हम सभी को मिलकर कार्य करना चाहिये।

अपने उद्बोधन में इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा द्वारा विश्वकर्मा महात्म्य, प्रभु विश्वकर्मा जी का वेदों में वृत्तांत, विश्वकर्मा समाज के प्राचीन गौरवमयी इतिहास तथा विश्वकर्मा समाज के वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला गया तथा संकल्प दिलाया गया कि विश्वकर्मा समाज के सर्वांगीण विकास हेतु विश्वकर्मा समाज को एक संस्कृति, विश्वकर्मा संस्कृति की अनुपालना अति आवश्यक है।

कार्यक्रम के संयोजक बेचूराम विश्वकर्मा एवं शिव मोहन शिल्पकार द्वारा सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर एवं , अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रमाकान्त ठठेरा एवं संचालन मोनू विश्वकर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर परडॉ0 अखिलेश विश्वकर्मा, अवधेश ठठेरा, वासुदेव ठठेरा, डॉ0 पी0के0 विश्वकर्मा, डॉ0 केदार, रजनीश विश्वकर्मा, श्याम बाबू विश्वकर्मा, सुनीता विश्वकर्मा, कंचन विश्वकर्मा सहित सैकड़ों लोग ऊपस्थित रहे।
