बलात्कारियों को फांसी दो, के नारे से गूंजा मुम्बई का आज़ाद मैदान

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मुम्बई। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सामूहिक बलात्कार के बाद जलाकर मारी गई लड़की मोहिनी विश्वकर्मा को न्याय दिलाने के लिये महाराष्ट्र विश्वकर्मा वंशीय समाज ने मुम्बई के आजाद मैदान में धरना—प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन दिया। धरनारत लोगों ने राष्ट्रपति के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल व मुख्यमन्त्री के नाम भी ज्ञापन दिया। ज्ञात हो कि बीते साल 5 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बिहार थानाक्षेत्र के भाटन खेड़ा गांव निवासी मोहिनी विश्वकर्मा को गांव के ही शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी, राज किशोर व रविशंकर ने मिट्टी का तेल डालकर जला दिया था जिसकी अगले दिन मृत्यु हो गई। मार्च 2019 में मोहिनी ने शुभम त्रिवेदी व अन्य के विरूद्ध सामूहिक बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमें से नाराज आरोपियों ने इतना घिनौना कदम उठाते हुये मोहिनी को आग के हवाले कर दिया।


इस घटना से पूरे देश में आक्रोश उत्पन्न हो गया। जगह—जगह कैण्डिल मार्च निकालने के साथ ही धरना—प्रदर्शन हुआ। इसी क्रम में महाराष्ट्र विश्वकर्मा वंशीय समाज ने भी मुम्बई के आजाद मैदान में धरना—प्रदर्शन का निर्णय लिया। आजाद मैदान में जुटे लोगों ने महिलाओं की सुरक्षा के प्रति घोर लापरवाही का आरोप लगाया। वक्ताओं ने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन समय से कार्यवाही करता, पुलिस आरोपी के विरूद्ध न्यायालय में मजबूत रिपोर्ट प्रस्तुत करती तो शायद मोहिनी आज जिन्दा होती। वक्ताओं ने कहा कि आये दिन महिलाओं व बेटियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं आम हो गई है। शिकायत पर पुलिस तत्काल कार्यवाही नहीं करती, जिसके कारण ऐसे दरिन्दों का मनोबल ऊंचा रहता है। प्रशासन की लापरवाही का ही नतीजा है कि आये दिन जगह-जगह छेड़छाड़ और बलात्कार जैसी घिनौनी घटना हो रही है। लोगों ने धरना में तरह-तरह के नारे लगाते हुये जहां आरोपियों को फांसी दिये जाने की मांग की, वहीं यू0पी0 सरकार को लापरवाही के लिये कटघरे में खड़ा किया। धरना दे रहे लोगों ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन में मांग किया है कि मोहिनी की हत्या के मुकदमें की सुनवाई फास्टट्रैक न्यायालय में करते हुये हत्यारोपियों को तत्काल फांसी दी जाय। मोहिनी के परिजनों को सुरक्षा और संरक्षण दिया जाय। उसके परिजनों की माली हालत को देखते हुये आवास व सरकारी नौकरी प्रदान की जाय। देश में बहन—बेटियां सुरक्षित रहें इसके लिये कड़ा प्राविधान किया जाय।


महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में ज्ञापन लेने आये शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने भी उपरोक्त घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करते हुये इस घटना का जिम्मेदार ठहराया। कहा कि यदि समय रहते उक्त बेटी की शिकायत पर कार्यवाही हुई होती तो ऐसी नौबत नहीं आती। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा समाज द्वारा प्राप्त ज्ञापन को महाराष्ट्र मुख्यमन्त्री कार्यालय द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री को भेजकर मुकदमें की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में करने को कहा जायेगा जिससे शीघ्र न्याय मिल सके। कहा कि वह और उनकी पार्टी मुम्बई विश्वकर्मा समाज के साथ है।
धरना में मुम्बई विश्वकर्मा वंशीय समाज सहित महाराष्ट्र प्रदेश की कई सामाजिक संस्थाओं ने हिस्सा लिया और ज्ञापन सौंपा।

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